गोधुली सी शाम By Tejas September 24, 2018 Leave a comment गोधुली सी शाम गोधुली सी शाम की तनहा चमकती रौशनी रोपी तुमने हाँथ पे तनहा चमकती रौशनी कुछ शक्लें बनायीं थी ज़मीं पे रौशनी को रोप कर वो इंतज़ार में बैठी हैं के खो गयी है रौशनी Leave a Reply Cancel reply
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