मेरे गुमनाम घर
तुम्हारी साँसों की महक से ज़िन्दगी बंधी है मेरी, अब घुटन तकलीफ़ देती है। In Hindi मेरे गुमनाम घर में मुझसा ही बसता है कोई
तुम्हारी साँसों की महक से ज़िन्दगी बंधी है मेरी, अब घुटन तकलीफ़ देती है। In Hindi मेरे गुमनाम घर में मुझसा ही बसता है कोई
दर्द वो जो किताबें बयाँ नहीं कर सकती, और ऐसे ही कुछ दर्द जो हम बयाँ नहीं कर पाते। शायद इसलिये कि कोई सुनने वाला
वो बातें जो तुमसे कभी कह नहीं पाया, अंदर तक चोट देके जातीं हैं। In Hindi जो तुमको सुनानी थी हमने कभी सुनायी नहीं दास्ताँ
इक रिश्ता बन गया है मेरा तुमसे, वो बारिश जो मुझे सुकून देती है, जिसको गुनगुनाता हूँ मैं। वो बारिश मुझ तक तुम्हारे लफ़्ज़ों से
इक उम्मीद की कहानी जो बैठा गुनगुनाता हूँ। कभी मैं याद करता हूँ, कभी तुम याद आती हो। डर और उम्मीद की कहानी मेरी जुबानी।
एक छोटी कहानी का छोटा सफ़र। तुम्हारा सफर, हमारा सफर। तुम्हारी खुशबू से तुम्हारा मेरे पास होने का सफ़र। In Hindi तुम रोज़ मेरे साथ
Recent Comments