बारिश
एक अनजाना सुकून है तुम्हारी बातों में, बिलकुल बारिश जैसा। तभी तो जो मेरे पास बारिश तुम्हारे लफ़्ज़ों से आती है In Hindi तुमको घंटो
एक अनजाना सुकून है तुम्हारी बातों में, बिलकुल बारिश जैसा। तभी तो जो मेरे पास बारिश तुम्हारे लफ़्ज़ों से आती है In Hindi तुमको घंटो
ख़ौफ़ हो गया है अब कभी यहीं इसी गुलशन में तुम्हारा हाँथ हांथों में लिए घूमा करता था। In Hindi तेरा हाँथ थामे इसी मंजरे-रक़्स
क्यों मुड़ के नहीं देखती मुझको, आँखें अब भी इंतज़ार करती हैं। In Hindi तुमको देखता हूँ मैं निःशब्द सपनो में छू के गूँजती हैं
चाहे कितना भी दूर हूँ मैं तुमसे पर प्यार तो तुम्हारे पास ही है। In Hindi सुबह से शाम तक यूँ घूमती है खुशबू तेरी
पतंग की डोर से जुड़ा हूँ मैं तुमसे, कितना मुश्किल है दूर जाना। In Hindi वो पतंग की डोर जो मेरी आँखों से तुम्हारे जहन
पता है तुमको सिर्फ़ तुम ही नहीं तुम्हारे खत भी साँस लेते हैं। In Hindi पुरानी कहानियों के सारे पत्ते बुन कर के उस छोटे
तुम्हारे सारे आँसूं मैं डायरी के पन्नों पे समेत रखे हैं। In Hindi सीली हुई कहानियाँ सीले-सीले से पन्नो पर सफ़र मेरी डायरी तक का
माँ तुम फिर से पुकारो न मुझे, बहुत डर लगता है जीने में अब भी। In Hindi पुराने पीपल पे खेलते चढ़ जाते थे हम
इंतज़ार अब भी बाकी है, निगाहें अब भी तुमको तकती हैं। In Hindi जहाँ नीम के पेड़ में चाँद अटका पड़ा था पास वाले बाग़
तुमको कैसे बताऊँ कि तुम क्या हो मेरे लिए। In Hindi वक़्त से पिघले हुए लम्हें की तरह तुम मेरी रूह में भटकती हो वक़्त
तुम देश के पहरेदार बनकर हमको सुकून देते हो, और तुम्हारी वो छोटी कहानियाँ जो ज़मा-पूंजी है तुम्हारी हमको तुमपे नाज़ बहुत होता है। In
कुछ भी कर सकता हूँ मैं तुम्हारे लिये, चाहे एक नया चाँद ही बनाना हो। In Hindi उस रोज़ मेरे वीराने में जब मिलने आयी
ज़िन्दगी का लम्बा सफर तुम्हारे साथ इतना छोटा क्यों लगता है? In Hindi मेरे पाने तुम्हारे खोने में कहानी यूँ बयां होगी ये नहीं जानते
कुछ दूरियाँ बन गयीं या बना लीं, पर अब उन दूरियों में ही ये खाली ज़िन्दगी दौड़ती है। In Hindi एक ख्वाब फ़लक पे बोया
समेट के रखा है तुमको लबों पे मेरे, कहीं पढ़ा न ले कोई कहानी हमारी In Hindi वक़्त की खामोश निग़ाहों से परे तुमको गुमनाम
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