
दोस्ती (Dosti)
Hindi Poetry/Quotes/Status तुझ जैसा दोस्त ढूंढें से भी मिलता नहीं। तू ख़ुदा तो नहीं पर उसके जैसा ही है। In Hindi मैं दिल में सोचता
Hindi Poetry/Quotes/Status तुझ जैसा दोस्त ढूंढें से भी मिलता नहीं। तू ख़ुदा तो नहीं पर उसके जैसा ही है। In Hindi मैं दिल में सोचता
Hindi Poem तुम्हारे सारे गम और सारी ख़ुशियों का पिटारा हूँ मैं, साँस आती हो या जाती हो वो एहसास सिमट के गुनगुनाते हैं। In
Hindi Poetry/Quotes/Status रोज थोड़ा सा कितना जानती हो तुम मुझको, शायद मैं भी नहीं जानता। In Hindi क़िताबों की तरह पढ़ती रही तुम रोज़ थोड़ा
Hindi Poem माँ, शब्द नहीं वाक्य है खुद में। क्या कुछ नहीं करती, खुद खुदा के जैसी और बच्चों में ढूंढती है ख़ुदा। माँ, शब्द
कितने किस्से समेटे बैठे हैं ये पेड़, डर में घुटते क्यों रहते हैं ये पेड़। In Hindi माथे पे नमकीन बरसात और गला सूखा पड़ा
छोटे हाथों से बनता है वो कहानी अपनी। रोज़ देखता है वो आसमानों में, जाने कब उसकी दुआ ख़ुदा तक जाएगी। In Hindi सर्द हवा
A Hindi short story of a lamp-post starts from a small city and ends with a question. ये मेरी कहानी है, एक लैंप–पोस्ट की कहानी।
हम एक ही तो हैं धागे के छोर जैसे, बस थोड़ा दूर धागे जैसे जिसपे हमारी सारी कहानी है। In Hindi धागे का एक सिरा
एक अनजाना सुकून है तुम्हारी बातों में, बिलकुल बारिश जैसा। तभी तो जो मेरे पास बारिश तुम्हारे लफ़्ज़ों से आती है In Hindi तुमको घंटो
ख़ौफ़ हो गया है अब कभी यहीं इसी गुलशन में तुम्हारा हाँथ हांथों में लिए घूमा करता था। In Hindi तेरा हाँथ थामे इसी मंजरे-रक़्स
क्यों मुड़ के नहीं देखती मुझको, आँखें अब भी इंतज़ार करती हैं। In Hindi तुमको देखता हूँ मैं निःशब्द सपनो में छू के गूँजती हैं
चाहे कितना भी दूर हूँ मैं तुमसे पर प्यार तो तुम्हारे पास ही है। In Hindi सुबह से शाम तक यूँ घूमती है खुशबू तेरी
पतंग की डोर से जुड़ा हूँ मैं तुमसे, कितना मुश्किल है दूर जाना। In Hindi वो पतंग की डोर जो मेरी आँखों से तुम्हारे जहन
पता है तुमको सिर्फ़ तुम ही नहीं तुम्हारे खत भी साँस लेते हैं। In Hindi पुरानी कहानियों के सारे पत्ते बुन कर के उस छोटे
तुम्हारे सारे आँसूं मैं डायरी के पन्नों पे समेत रखे हैं। In Hindi सीली हुई कहानियाँ सीले-सीले से पन्नो पर सफ़र मेरी डायरी तक का
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