बरगद का पेड़ (Bargad ka ped) By Tejas
बहुत प्यारी कविताएँ हैं, धीरे धीरे पढ़ें जैसे बरगद का पेड़ बढ़ता है धीरे धीरे... जितना ऊपर उतना ही गहरा भी.