मैं भी पिघला हूँ तेरी सांसों में
तेरे साँसों में उलझना और हौले-हौले से मचलना। मन खिला-खिला सा रहता है तेरी बाहों में सिमट के। कभी तू मेरे जैसा है कभी मेरी
तेरे साँसों में उलझना और हौले-हौले से मचलना। मन खिला-खिला सा रहता है तेरी बाहों में सिमट के। कभी तू मेरे जैसा है कभी मेरी
आज बहस नहीं करनी तुमसे, ना झगड़ा करना है। चलो मान ली तुम्हारी सारी बातें। मान लिया खुदा ने धरती सात दिनों में बनायी थी,
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