एक ख्वाब फ़लक पे बोया था
कुछ दूरियाँ बन गयीं या बना लीं, पर अब उन दूरियों में ही ये खाली ज़िन्दगी दौड़ती है। In Hindi एक ख्वाब फ़लक पे बोया
कुछ दूरियाँ बन गयीं या बना लीं, पर अब उन दूरियों में ही ये खाली ज़िन्दगी दौड़ती है। In Hindi एक ख्वाब फ़लक पे बोया
तुम्हारी साँसों की महक से ज़िन्दगी बंधी है मेरी, अब घुटन तकलीफ़ देती है। In Hindi मेरे गुमनाम घर में मुझसा ही बसता है कोई
दर्द वो जो किताबें बयाँ नहीं कर सकती, और ऐसे ही कुछ दर्द जो हम बयाँ नहीं कर पाते। शायद इसलिये कि कोई सुनने वाला
वो बातें जो तुमसे कभी कह नहीं पाया, अंदर तक चोट देके जातीं हैं। In Hindi जो तुमको सुनानी थी हमने कभी सुनायी नहीं दास्ताँ
A Hindi short story of a boy and his dog, their unimaginable love with a life lesson. छोटा था मैं , यही कोई पाँच साल
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