टूटते हिस्से

कल से बीमार खटिये पे पड़ी है माँ छोटू भी बेचारा कल से भूखा है जो पिछले महीने भेजे थे वो खर्च हो गए राशन

वो औरत

मैंने देखा है उसे पतंग सा उड़ते हुए उसके भोलेपन से हवा को भी महकते हुए मैंने देखा है उसे भौरों की तरह घर में

रूखी सड़क

By Poem, कविता, हिंदी

Hindi Poetry/Quotes/Status ज़िंदगी दौड़ती फिरती है बस, थोड़ा सांस ले तो मैं भी कुछ कहूँ उससे। In Hindi कैसी रूखी सड़क है ये, न कोई

तलाश (Talash)

By Poem, कविता, हिंदी

Hindi Poetry/Quotes/Status दूरियों में बंधा इंतज़ार बुनता हूँ, रोज़ मैं कुछ नए क़िरदार चुनता हूँ। In Hindi तलाश अभी बाकी है अधूरी कहानी की, फ़िर

दोस्ती (Dosti)

Hindi Poetry/Quotes/Status तुझ जैसा दोस्त ढूंढें से भी मिलता नहीं। तू ख़ुदा तो नहीं पर उसके जैसा ही है। In Hindi मैं दिल में सोचता