टूटते हिस्से
कल से बीमार खटिये पे पड़ी है माँ छोटू भी बेचारा कल से भूखा है जो पिछले महीने भेजे थे वो खर्च हो गए राशन
कल से बीमार खटिये पे पड़ी है माँ छोटू भी बेचारा कल से भूखा है जो पिछले महीने भेजे थे वो खर्च हो गए राशन
आज लॉक डाउन ३ की शुरुआत, मैं कुछ ज़रूरी खाने का सामान लेने बाहर सड़क पे निकला ही था कि जन समूह ने घेर लिया
“उल्लू बनाने के लिए, कोई नहीं मिला तुमको। जाओ किसी और से बोलो, तुम जैसे भिखारिओं से तो मैं बात भी नहीं करता। नया-नया रैकेट
इलाहाबाद का एक छोटे मोहल्ले की एक छोटी सी कॉलोनी, माहौल थोड़ा गर्म था। गर्मी भी ग़दर पड़ रही थी और लोगों के दिल भी
मैंने देखा है उसे पतंग सा उड़ते हुए उसके भोलेपन से हवा को भी महकते हुए मैंने देखा है उसे भौरों की तरह घर में
कुछ जानी, कुछ पहचानी, एक अनबूझ सी कहानी। कुछ नहीं से कुछ होने की कहानी। अंधेरों के रौशनी में डूबने की कहानी। कहानी वो जिसमें
तेरे साँसों में उलझना और हौले-हौले से मचलना। मन खिला-खिला सा रहता है तेरी बाहों में सिमट के। कभी तू मेरे जैसा है कभी मेरी
Hindi Poetry/Quotes/Status कितने बँट गए हैं हम, कभी ख़ुदा के नाम पे, कभी मज़हब के नाम पे, कभी संस्कृती के नाम पे, कभी खाने के
Hindi Poetry/Quotes/Status तुमसे नाराज़ होने और खुद से नाराज़ होने में फ़र्क ही नहीं, कैसी छोटी सी बात पे उस दिन लड़ पड़े थे हम।
Hindi Poetry/Quotes/Status नींद का सौदा तुम्हारी यादों से हो गया। यादें तो पास में हैं गूंजती नींद तुम ले चली गयी। In Hindi दराज़ में
Hindi Poetry/Quotes/Status तेरा एहसास भी मुझे हवा में उडा ले चलता है, दुनिया अलग ही हसीन दिखती है बस तेरे होने से। In Hindi पर
Hindi Poetry/Quotes/Status तुम ही तुम दिखती हो यहाँ से वहां तक। In Hindi चश्मों को चश्मों के झरोंखे से देखा तो भी तुम ही नज़र
Hindi Poetry/Quotes/Status चुप है ये आकाश ये धरती भी चुप है बस इंतज़ार है … In Hindi गोधुली सी शाम की तनहा चमकती रौशनी रोपी
Hindi Poetry/Quotes/Status तुम्हारी आदतें हैं या कहूँ एक शाम भीनी सी । In Hindi ख़यालों में सोचते-सोचते बिन कहे मुस्कुरा देना ग़मों की भीड़ में
Hindi Poetry/Quotes/Status साँस अटकी हुई थी सीने में, तुमने रस्ते बदल लिए थे अपने जीने के। हम अकेले ही जिये जायेंगे न कहानी न परवाज़
Recent Comments