मैं भी पिघला हूँ तेरी सांसों में
तेरे साँसों में उलझना और हौले-हौले से मचलना। मन खिला-खिला सा रहता है तेरी बाहों में सिमट के। कभी तू मेरे जैसा है कभी मेरी
तेरे साँसों में उलझना और हौले-हौले से मचलना। मन खिला-खिला सा रहता है तेरी बाहों में सिमट के। कभी तू मेरे जैसा है कभी मेरी
Hindi Poetry/Quotes/Status चुप है ये आकाश ये धरती भी चुप है बस इंतज़ार है … In Hindi गोधुली सी शाम की तनहा चमकती रौशनी रोपी
Hindi Poetry/Quotes/Status तुम्हारी आदतें हैं या कहूँ एक शाम भीनी सी । In Hindi ख़यालों में सोचते-सोचते बिन कहे मुस्कुरा देना ग़मों की भीड़ में
Hindi Poetry/Quotes/Status अभी भी इंतज़ार बाकी है मेरी आँखों में । In Hindi शाम बहकी थी थोड़ी और गुल खिले भी थे पसरती आँख की
Hindi Poetry/Quotes/Status दूरियों में बंधा इंतज़ार बुनता हूँ, रोज़ मैं कुछ नए क़िरदार चुनता हूँ। In Hindi तलाश अभी बाकी है अधूरी कहानी की, फ़िर
चाहे कितना भी दूर हूँ मैं तुमसे पर प्यार तो तुम्हारे पास ही है। In Hindi सुबह से शाम तक यूँ घूमती है खुशबू तेरी
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