भूख
आज लॉक डाउन ३ की शुरुआत, मैं कुछ ज़रूरी खाने का सामान लेने बाहर सड़क पे निकला ही था कि जन समूह ने घेर लिया
आज लॉक डाउन ३ की शुरुआत, मैं कुछ ज़रूरी खाने का सामान लेने बाहर सड़क पे निकला ही था कि जन समूह ने घेर लिया
“उल्लू बनाने के लिए, कोई नहीं मिला तुमको। जाओ किसी और से बोलो, तुम जैसे भिखारिओं से तो मैं बात भी नहीं करता। नया-नया रैकेट
A never-ending feeling of love. I don’t ever believe in destiny, But I was destined to meet you. Love, Destiny or Destined love. A never
कुछ तेरे लफ्ज़ कुछ अलग सा ही रिश्ता है मेरा तुमसे। कितना तुममे हूँ मैं और कितना मुझमें तुम, फर्क मुश्किल है। कुछ तेरे लफ्ज़
तेरे साँसों में उलझना और हौले-हौले से मचलना। मन खिला-खिला सा रहता है तेरी बाहों में सिमट के। कभी तू मेरे जैसा है कभी मेरी
आज बहस नहीं करनी तुमसे, ना झगड़ा करना है। चलो मान ली तुम्हारी सारी बातें। मान लिया खुदा ने धरती सात दिनों में बनायी थी,
A Hindi short story of a lamp-post starts from a small city and ends with a question. ये मेरी कहानी है, एक लैंप–पोस्ट की कहानी।
कुछ दूरियाँ बन गयीं या बना लीं, पर अब उन दूरियों में ही ये खाली ज़िन्दगी दौड़ती है। In Hindi एक ख्वाब फ़लक पे बोया
A Hindi short story of a boy and books in his library, friendship and their unimaginable love. मेरे घर में एक छोटी सी लाइब्रेरी है,
A Hindi short story of a boy and his dog, their unimaginable love with a life lesson. छोटा था मैं , यही कोई पाँच साल
इक रिश्ता बन गया है मेरा तुमसे, वो बारिश जो मुझे सुकून देती है, जिसको गुनगुनाता हूँ मैं। वो बारिश मुझ तक तुम्हारे लफ़्ज़ों से
एक छोटी कहानी का छोटा सफ़र। तुम्हारा सफर, हमारा सफर। तुम्हारी खुशबू से तुम्हारा मेरे पास होने का सफ़र। In Hindi तुम रोज़ मेरे साथ
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