अश्क़ ठहरे मेरी आँखों के

Hindi Poetry/Quotes/Status
कुछ छुपा के लाया हूँ मैं इन आँखों में, कुछ एहसास के कतरे कुछ सर्द हवाओं के किस्से। कुछ ऐसे भी थे जो रह गये सिर्फ़ मेरे ही हिस्से। दुवायें हैं तुम्हारी हर एक मन्नत पूरी हो जाये, चाहे वो मेरे हिस्से की खुशियाँ भी ले जाएँ। फ़िर भी है यकीं एक दिन पढ़ोगे मेरे एहसास के किस्से कभी जो तेरे हिस्से थीं अभी वो मेरे हिस्से हैं।
In Hindi
तुम पढ़ते नहीं हों आँख से गुज़रे हुए लम्हें
वरना ढूँढ लेते अश्क़ ठहरे मेरी आँखों के
तुमको तकते-तकते जो थक जाती थी आँखें
तो फिर से तुमको आँखों में भरने बैठ जाता था
गिले शिक़वे तो बहुत थे हमारे दिल को तुमसे भी
मग़र लफ़्ज़ों ने करवट ओढ़ ली हम कुछ न कह पाये
कुछ कतरे बहे और बह के भी वो बह नहीं पाये
तुम पढ़ते नहीं हों आँख से गुज़रे हुए लम्हें
वरना ढूँढ लेते अश्क़ ठहरे मेरी आँखों के
In English
Tum padhte nahin ho aankh se guzre hue lamhe
warna dhoondh lete ashq thehre meri aankhon le
tumko takte-takte jo thak jati thi aankhein
to phir se tumko aankhon mein bharne baith jata tha
gile shikve to bahut the hamare dil ko tumse bhi
magar lafzon ne karwat odh ki hum kuch na keh paye
kuch katre bahe aur beh ke bhi wo beh nahin paye
Tum padhte nahin ho aankh se guzre hue lamhe
warna dhoondh lete ashq thehre meri aankhon le
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